मौन एक साधना है, किन्तु सोच समझ कर बोलना एक कला है।
जिस घर में प्रेम होता है ,वहा सफलता और धन स्वयं चलकर आता है।
तीन चीजे अगर चली गई तो कभी वापस नहीं आती, समय, शब्द और अवसर।
तीन चीजे इंसान की अपनी होती है। रूप ,भाग्य और स्वभाव।
परेशानी में अगर कोई सलाह मांगे तो सलाह के साथ अपना साथ भी देना चाहिए, क्युकी सलाह गलत हो सकता है लेकिन साथ नहीं।
उस आशु से बचो जो किसी का दिल दुखाने से निकले, और उस आशु की कदर करो जो आपके लिए किसी के आँख से निकले।
वाणी में भी अजीब सक्ति होती है कड़वा बोलने वाले का सहद भी नहीं बिकता और मीठा बोलने वाले की मिर्ची बिक जाती है।
सच की हालत भी तवायफ जैसी है, तलबगार बहोत है तरफ़दार कोई नहीं।
सुंदरता के तलाश में चाहे हम सरि दुनिया का चक्कर लगा आये लेकिन अगर ओ हमारे अंदर नहीं ,तो कही नहीं।
एक सपने को टूट कर चकना चूर होने के बाद दूसरा सपना देखने के हौसले को ही जिंदगी कहते है।
सुधारना बिगड़ना मनुष्य के स्वभाव पर निर्भर करता है न की माहौल पर, रामायण के दो पात्र है, विभीषण और केकई, विभीषण रावण के राज्य में रहकर भी नहीं बिगाड़ा, और कैकई राम के राज्य में रहकर भी नहीं सुधरी।
जबतक सत्य घर से बहार निकलता है, तबतक झूठ आधी दुनिया घूम लेता है।
खोने की दहसत और पाने की चाहत न होती , तो ना खुदा होता कोई और न इबादत होती।
माफ़ी मांगने से कभी यह साबीत नहीं होता की हम गलत और ओ सही है, बल्कि माफ़ी का असली मतलब है की हमें रिश्ता निभाने की काबिलीयत उससे ज्यादा है।
मत करना अभिमान अपने आप पर हे इंसान, तेरे और मेरे जैसे कितनो को ईश्वर ने माटी से बनाकर माटी में मिला दिया।
किसी को ये सोचकर साथ मत छोड़ना की उसके पास कुछ नहीं तुम्हे देने के लिए,.... बस ये सोचकर साथ निभाना की उसके पास कुछ नहीं तुम्हारे सिवाय खोने के लिए...
हर किसी को खुश करना सायद हमारे बस में न हो , लेकिन किसी को हमारी वजह से दुःख न पहुंचे यह तो हमारे बस में ही है।
दुआ जुबा से नहीं दिल से निकलती है, क्यों की दुआ तो उनकी भी काबुल होती है जिनकी जुबा नहीं होती।
आप कब सही थे, इसे कोई याद नहीं रखता। आप कब गलत थे इसे कोई कभी नहीं भूलता।
बड़ा आदमी बनाना अच्छी बात है, लेकिन अच्छा आदमी बनना बड़ी बात है।
घर के बहार भले ही दिमाग ले जाओ, क्युकी बाहर एक बाजार है।
लेकिन घर के अंदर सिर्फ दिल ले जाओ, क्युकी वहा एक परिवार है।
ईगो की वजह से हम कितने रिस्तो से दूर हो जाते है, कोसिस करके देखिये ज्यादा मुश्किल नहीं है किसी से माफ़ी मांग लेना और किसी को माफ़ कर देना। ..
जिन्दगी में अगर बुरा वक्त नहीं आता तो अपनों में छुपे हुए गैर, और गैरो में छुपे हुए अपने कभी नजर नहीं आते।
कोई भी लक्ष्य ,मनुष्य के सहस से बड़ा नहीं, हरा वही जो लड़ा ही नहीं.
सब्र एक ऐसी सवारी है जो अपने सवार को कभी भी गिरने नहीं देती, न किसी के कदमो में और न किसी के नजरो से।
बिज्ञान कहता है की जीभ पर लगी चोट सबसे जल्दी ठीक होती है। और ज्ञान कहता है जीभ से लगी चोट कभी ठीक नहीं होती।
इतना आसान नहीं है, हर किरदार निभा पाना इंसान को बिखरना पड़ता है, रिश्तो को समेटने के लिए।
ख्वाइस नहीं मुझे मशहूर होने की, आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है।
जिस घर में प्रेम होता है ,वहा सफलता और धन स्वयं चलकर आता है।
तीन चीजे अगर चली गई तो कभी वापस नहीं आती, समय, शब्द और अवसर।
तीन चीजे इंसान की अपनी होती है। रूप ,भाग्य और स्वभाव।
परेशानी में अगर कोई सलाह मांगे तो सलाह के साथ अपना साथ भी देना चाहिए, क्युकी सलाह गलत हो सकता है लेकिन साथ नहीं।
उस आशु से बचो जो किसी का दिल दुखाने से निकले, और उस आशु की कदर करो जो आपके लिए किसी के आँख से निकले।
वाणी में भी अजीब सक्ति होती है कड़वा बोलने वाले का सहद भी नहीं बिकता और मीठा बोलने वाले की मिर्ची बिक जाती है।
सच की हालत भी तवायफ जैसी है, तलबगार बहोत है तरफ़दार कोई नहीं।
सुंदरता के तलाश में चाहे हम सरि दुनिया का चक्कर लगा आये लेकिन अगर ओ हमारे अंदर नहीं ,तो कही नहीं।
एक सपने को टूट कर चकना चूर होने के बाद दूसरा सपना देखने के हौसले को ही जिंदगी कहते है।
सुधारना बिगड़ना मनुष्य के स्वभाव पर निर्भर करता है न की माहौल पर, रामायण के दो पात्र है, विभीषण और केकई, विभीषण रावण के राज्य में रहकर भी नहीं बिगाड़ा, और कैकई राम के राज्य में रहकर भी नहीं सुधरी।
जबतक सत्य घर से बहार निकलता है, तबतक झूठ आधी दुनिया घूम लेता है।
खोने की दहसत और पाने की चाहत न होती , तो ना खुदा होता कोई और न इबादत होती।
माफ़ी मांगने से कभी यह साबीत नहीं होता की हम गलत और ओ सही है, बल्कि माफ़ी का असली मतलब है की हमें रिश्ता निभाने की काबिलीयत उससे ज्यादा है।
मत करना अभिमान अपने आप पर हे इंसान, तेरे और मेरे जैसे कितनो को ईश्वर ने माटी से बनाकर माटी में मिला दिया।
किसी को ये सोचकर साथ मत छोड़ना की उसके पास कुछ नहीं तुम्हे देने के लिए,.... बस ये सोचकर साथ निभाना की उसके पास कुछ नहीं तुम्हारे सिवाय खोने के लिए...
हर किसी को खुश करना सायद हमारे बस में न हो , लेकिन किसी को हमारी वजह से दुःख न पहुंचे यह तो हमारे बस में ही है।
दुआ जुबा से नहीं दिल से निकलती है, क्यों की दुआ तो उनकी भी काबुल होती है जिनकी जुबा नहीं होती।
आप कब सही थे, इसे कोई याद नहीं रखता। आप कब गलत थे इसे कोई कभी नहीं भूलता।
बड़ा आदमी बनाना अच्छी बात है, लेकिन अच्छा आदमी बनना बड़ी बात है।
घर के बहार भले ही दिमाग ले जाओ, क्युकी बाहर एक बाजार है।
लेकिन घर के अंदर सिर्फ दिल ले जाओ, क्युकी वहा एक परिवार है।
ईगो की वजह से हम कितने रिस्तो से दूर हो जाते है, कोसिस करके देखिये ज्यादा मुश्किल नहीं है किसी से माफ़ी मांग लेना और किसी को माफ़ कर देना। ..
जिन्दगी में अगर बुरा वक्त नहीं आता तो अपनों में छुपे हुए गैर, और गैरो में छुपे हुए अपने कभी नजर नहीं आते।
कोई भी लक्ष्य ,मनुष्य के सहस से बड़ा नहीं, हरा वही जो लड़ा ही नहीं.
सब्र एक ऐसी सवारी है जो अपने सवार को कभी भी गिरने नहीं देती, न किसी के कदमो में और न किसी के नजरो से।
बिज्ञान कहता है की जीभ पर लगी चोट सबसे जल्दी ठीक होती है। और ज्ञान कहता है जीभ से लगी चोट कभी ठीक नहीं होती।
इतना आसान नहीं है, हर किरदार निभा पाना इंसान को बिखरना पड़ता है, रिश्तो को समेटने के लिए।
ख्वाइस नहीं मुझे मशहूर होने की, आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है।
Note:- धर्म सन्देश कृपया आप हमारे इस पोस्ट्स को पढ़े।
सत्य वचन - 7 -सत्य वचन गुरु ज्ञान
Reviewed by Mainuddin Ansari
on
Monday, November 27, 2017
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