एक दिन “यमराज” एक लड़के के पास आये और बोले -
“"लड़के,”आज तुम्हारा आखरी दिन है!"
“लड़का :”
"लेकिन मैं अभी तैयार नही हुँ
".
“यमराज :” "ठीक है लेकिन सूची मे तुम्हारा नाम पहला
है".
“लड़का :”"ठीक है , फिर क्यों ना हम जाने से पहले साथ
में बैठ कर चाय पी ले ?
“यमराज :” "ठीक है".
लड़के ने चाय में नींद की गोली मिला कर
यमराज को दे दी.
यमराज ने चाय खत्म की और गहरी नींद में सो
गया.
लड़के ने सूची में से उसका नाम शुरुआत से
हटा कर अंत मे लिख दिया.
जब यमराज को होश आया तो वह लड़के से बोले
-"क्योंकि तुमने मेरा बहुत ख्याल रखा इसलिये मैं अब सूची अंत से चालू
करूँगा"!!
“सीख :”
"किस्मत का लिखा कोई नही मिटा सकता"
अर्थात
- जो तुम्हारी किस्मत में हैं वह कोई नही बदल सकता चाहे तुम कितनी भी कोशिश
कर लो .
“वाह री जिंदगी”
“ जिंदगी की आधी उम्र तक पैसा कमाया”
“पैसा कमाने में इस शरीर को खराब किया “
“ बाकी आधी उम्र उसी पैसे को “
“ शरीर ठीक करने में लगाया “
“ ओर अंत मे क्या हुआ “
“ ना शरीर बचा ना ही पैसा “
“वाह
री जिंदगी”
“वाह री जिंदगी”
“ दौलत की भूख ऐसी लगी की कमाने निकल गए “
“ ओर जब दौलत मिली तो हाथ से रिश्ते निकल गए “
“ बच्चो के साथ रहने की फुरसत ना मिल सकी “
“ ओर जब फुरसत मिली तो बच्चे कमाने निकल गए “
“वाह री
जिंदगी”
इसलिये श्री कृष्ण ने कहा है -
"तू करता वही है जो तू चाहता हैं
पर होता वही है जो मैं चाहता हुँ
तू कर वह जो मैं चाहता हुँ
फिर होगा वही जो तू चाहता हैं"
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यह एक अर्थपूर्ण है !
इसलिये इसे पढे़ और दूसरों को भी इसके बारे
मे बताये l
दुसरी चीज़े तो बहुत
शेयर की होंगी
श्री कृष्ण की इस वाक्य को
ज्यादा से ज्यादा आगे बढ़ाये.
“टूट” जाता है “गरीबी” मे
वो “रिश्ता” जो खास होता है,
हजारो यार बनते है
जब “पैसा” पास होता है।
रोज़ “याद” न कर पाऊँ तो
“खुदग़रज़” ना समझ लेना,
दरअसल छोटी सी “जिन्दगी” है।
और “परेशानियां” बहुत हैं!!!
मैं “भूला” नहीं हूँ “किसी” को!.
मेरे बहुत “अच्छे दोस्त है ज़माने में” !
बस “जिंदगी उलझी पड़ी” है !
“दो वक़्त की रोटी कमाने में।.”.
किस्मत का लिखा कोई नही मिटा सकता
Reviewed by Mainuddin Ansari
on
Thursday, January 18, 2018
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