üüमुस्कान प्रेम की भाषा है,
ü सच्चा प्रेम दुर्लभ है, सच्ची मित्रता और भी
दुर्लभ है,
ü अहंकार छोडे बिना सच्चा प्रेम नही किया जा सकता,
ü प्रसन्नता स्वास्थ्य देती है, विषाद रोग देते
है,
ü प्रसन्न करने का उपाय है, स्वयं प्रसन्न रहना,
ü अधिकार जताने से अधिकार सिद्ध नही होता,
ü एक गुण समस्त दोषो को ढक लेता है,
ü दूसरो से प्रेम करना अपने आप से प्रेम करना है,
ü जीवन उस इंसान के साथ बिताएँ जो आपको खुशी दे,
उसके साथ नहीं जिसे आप को हमेशा प्रभावित करना पड़े, –
ü प्रेम ही है जो बेंच के दोनों किनारों पर जगह
खाली होने पर भी दो लोगों को बीच में खींच लाता है,
ü आप किसी से इसलिए प्रेम नहीं करते क्योंकि वे
खूबसूरत हैं, बल्कि वे खूबसूरत हैं क्योंकि आप उनसे प्रेम करते हैं, –
ü सच्चा प्रेम भूत की तरह है – चर्चा उसकी सब करते
हैं, देखा किसी ने नहीं,
ü प्रेम के बिना जीवन एक ऐसे वृक्ष के समान है,
जिस पर न कोई फूल हो, न फल,
ü एक व्यक्ति दूसरे के मन की बात जान सकता है,
तो केवल सहानुभूति और प्यार से, उम्र और बुद्धि से नहीं,
ü अहंकार छोडे बिना सच्चा प्रेम नही किया जा सकता,
ü दूसरो से प्रेम करना अपने आप से प्रेम करना है,
ü प्रेम एक ऐसा फल है, जो हर मौसम में मिलता है
और जिसे सभी पा सकते हैं,
ü हर सच्चा क्रांतिकारी वास्तव में गहन प्रेम की
भावना से संचालित होता है,
ü मुहब्बत त्याग की मां है, जहां जाती है, बेटे
को साथ ले जाती है,
ü इस संसार में प्यार करने लायक दो वस्तुएं हैं:
एक दुख और दूसर श्रम, दुख के बिना हृदय निर्मल नहीं होता और श्रम के बिना मनुष्य का
विकास नहीं होता,
ü हम जब तक स्वयं माता-पिता नहीं बन जाएं, माता-पिता
का प्यार कभी नहीं जान पाते,
ü अपने स्नेह का पूर्ण प्रदर्शन किए बिना आप अपना
स्नेह-भाव दूसरों तक नहीं पहुंचा सकते,
ü प्रेम की शक्ति दण्ड की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली
और स्थायी होती है,
ü वही समाज सदैव सुखी रहकर तरक्की कर सकता है,
जिसमें लोगों ने आपसी प्रेम को आत्मसात कर लिया,
ü एक प्रेम-युक्त ह्रदय सभी ज्ञान का प्रारंभ है-थोमस
कैर्लाय्ले
ü कभी – कभी एक पावरफुल चश्मा ही प्यार में पड़े
इंसान के इलाज़ के लिए पर्याप्त होता है,
ü एक छोटी सी
आशा प्यार के जन्म के लिए पर्याप्त होती है,
ü एक औरत जिस आदमी से प्यार करती है उसका चेहरा
ऐसे जानती है जैसे एक नाविक खुले समुन्द्र को,
ü हमारे जीवन में जो भी दृढ और स्थायी ख़ुशी है
उसके लिए नब्बे प्रतिशत प्रेम उत्तरदायी है,
ü सभी प्रेम परिवर्तित होते हैं और उनमे बदलाव
आता है. मुझे नहीं पता है कि आप हर समय प्रेम में रह सकते हैं,
ü सभी मनुष्य एक प्रेमी से प्यार करते हैं. राल्फ
वाल्डो एमर्सन
ü प्यार होते ही सभी कवी बन जाते हैं,
ü किसी के द्वारा अत्यधिक प्रेम मिलने से आपको शक्ति मिलती है, और किसी को अत्यधिक प्रेम करने
से आपको साहस मिलता है,
ü हम आदर्श प्रेम का निर्माण करने कि बजाये आदर्श
प्रेमी को खोजने में अपना समय बर्वाद कर देते
हैं,
ü जब प्यार
पागलपन ना हो तो वो प्यार नहीं है,
ü ब्यक्ति के दिलो का मिलान है प्रेम,
Note:- धर्म सन्देश कृपया आप हमारे इस पोस्ट्स को पढ़े।
Note:- धर्म सन्देश कृपया आप हमारे इस पोस्ट्स को पढ़े।
सत्य वचन -23 प्यार, मोहब्बत, इश्क, सनेह, जुनुन, पागलपन
Reviewed by Mainuddin Ansari
on
Saturday, December 16, 2017
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